मैंने कब चाहा है कि सातों जनम मेरे साथ चलो, ...
युवा शक्ति को जोड़ा, संस्कृति का सम्मान बढ़ाया, ...
हर अन्याय से लड़ते, सच्चाई का दीप जलाते, ...
हिंदू संस्कृति का तेज है जिनमें, राष्ट्रभक्ति की धार, ...
निर्बलों का सहारा बनकर, हर अन्याय से लड़े, ...
बीकानेर की माटी का सपूत, हिन्दू स्वाभिमान लिए, ...
गिरने से पहले ही लग़्ज़िशों में थाम लिया है हाथ आपने दश्त-ओ-सहर में भटकने से पहले ही आपने सँभाला है ...
अर्जुन जैसे कर्मवीर, आगे बढ़ते जाएं, ...
दर-ए-बाम से डरता हूं। ...
धरती की गोद में दो रंग बस गए, ...
सदियों राज किया तूने मुझ पर अब मैंने मन में ठानी। ...
एक तिहाई धरती में जल ही भरा, जल से ही मानव जीवन मिला। ...
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